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धूमधाम से निकली कालभैरव की सवारी:मंदिर में विभिन्न फलों से हुई साज-सज्जा, जेल प्रशासन ने कालभैरव की अगवानी की
उज्जैन डोल ग्यारस पर सोमवार को शाम चार बजे से भैरवगढ़ क्षेत्र में स्थित काल भैरव मंदिर से बाबा कालभैरव की सवारी निकली। सवारी से पूर्व बाबा का आकर्षक शृंगार किया गया व परंपरा अनुसार सिंधिया परिवार की ओर से पगड़ी धारण कराई गई थी। सवारी निकलने के पहले कलेक्टर ने बाबा कालभैरव की प्रतिमा का पूजन आरती कर सवारी को आगे बढ़ाया। इस अवसर पर कालभैरव मंदिर में दिल्ली के एक भक्त के द्वारा विभिन्न प्रकार के देशी-विदेशी फलों से साज-सज्जा कराई गई।
भैरवगढ़ क्षेत्र में स्थित भगवान महाकाल के कोतवाल बाबा कालभैरव मंदिर पर सोमवार को शाम 4 बजे कलेक्टर कुमार पुरूषोत्तम ने पालकी में विराजित बाबा कालभैरव की प्रतिमा का पूजन किया। पूजन के पश्चात सवारी कंधे लगाकर नगर भ्रमण के लिए रवाना किया। सवारी भैरवगढ़ का भ्रमण करते हुए सिद्धवट पहुंची। जहां पूजन-आरती की गई। कालभैरव मंदिर के पुजारी सदाशिव चतुर्वेदी ने बताया कि मंदिर से परंपरानुसार डोल ग्यारस पर कालभैरव की सवारी निकलती है। नगर भ्रमण के दौरान सभी के कल्याण के लिए भगवान कालभैरव से प्रार्थना की जाती है। सवारी में बाबा की प्रतिमा पालकी में विराजित कराने के बाद सवारी प्रारंभ होती है। सवारी के साथ पुलिस बल के सशस्त्र जवान, बैंड, ढोल, ध्वज, घोड़े, बग्घी के साथ ही बड़ी संख्या में भक्त भी शामिल थे। सोमवार शाम को बाबा कालभैरव की सवारी के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे थे। सवारी मार्ग में पुष्प वर्षा कर बाबा महाकाल के सेनापति का स्वागत श्रद्धालुओं ने किया।
जेल गेट पर किया कालभैरव का पूजन-
काल भैरव मंदिर से सवारी प्रारंभ होकर केंद्रीय जेल भैरवगढ़ पहुंची। यहां पर जेल प्रशासन द्वारा भगवान कालभैरव की अगवानी के लिए साज-सज्जा की गई थी। इस दौरान जेल सुपरीडेंट मनोज साहू ने पालकी में विराजित बाबा कालभैरव का पूजन कर आरती की। वहीं जेल गेट पर पुलिस बल ने गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया। जेल के अंदर से ही बड़ी संख्या में कैदियों ने बाबा भैरवनाथ के दर्शन किए। पूजन के पश्चात सवारी शिप्रा तट सिद्धनाथ मंदिर पहुंची। यहां पर अभिषेक आरती पूजन के बाद सवारी पुन: काल भैरव मंदिर के लिए रवाना हुई। समापन में आरती कर प्रसादी वितरण किया गया।
दिल्ली के भक्त ने कराई मंदिर में साज-सज्जा-
भगवान महाकाल के सेनापति कालभैरव की सवारी प्रति वर्ष डोल ग्यारस पर नगर भ्रमण पर निकलती है। इस वर्ष दिल्ली के भक्त फल विक्रेता सौरभ कुमार ने महाकाल मंदिर के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल की प्रेरणा से काल भैरव मंदिर में विभिन्न प्रकार के देशी और विदेशी फलों से मंदिर की साज-सज्जा कराई गई। विशेष प्रकार के फल दिल्ली से उज्जैन पहुंचाए गए थे। फलो का ऐसा ही श्रृंगार सौरभ कुमार द्वारा रतलाम के प्रसिद्ध महालक्ष्मी मंदिर पर भी दिपावली के अवसर पर कराया जाता है।